Ram Mandir
राम मंदिर का निर्माण एक बड़े इतिहासिक और सामाजिक घटना है जो भारतीय इतिहास में गहरा परिचय कराती है। राम मंदिर का निर्माण अयोध्या, उत्तर प्रदेश में स्थित है और यह हिन्दू धर्म के एक प्रमुख श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए अभियान था।
इस इतिहासिक घटना की शुरुआत बाबर के समय (1528 ई.स.) में हुई थी, जब उनके अनुयायियों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद का निर्माण किया। बाबरी मस्जिद की स्थिति पर विवाद बना रहा और इस पर बीते वर्षों में कई चरणों में न्यायिक प्रक्रिया चली।
1992 में, बाबरी मस्जिद की कुर्सी पर बसा विवाद एक साधु संत समूह, भगवान राम के भक्तों ने उसे गिरा दिया, जिससे अयोध्या में एक हिन्दू मंदिर के निर्माण के लिए जगह मिल सके।
2019 में, सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला किया और राम मंदिर के लिए निर्माण के लिए भूमि का विचार किया। फैसले के तहत, राम जन्मभूमि को हिन्दू समुदाय को सौंपा गया और सुप्रीम कोर्ट ने समझौता की प्रक्रिया को समर्थन दिया, जिससे राम मंदिर की निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकी।
2020 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भूमि पूजन से राम मंदिर के निर्माण का आरंभ किया। यह घटना हिन्दू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो वर्षों से इस मंदिर की प्रतीक्षा
कर रहा था।
राम मंदिर का निर्माण एक एकीकृत भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो धार्मिक समर्थन के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देगा। यह साकारात्मक भूमिका निभा रहा है और देश को एक सजीव इतिहास से जोड़कर भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाएगा।
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